भोपाल (सैफुद्दीन सैफी)
काँग्रेस सरकारो में पत्रकारो के लिए सबसे मददगार मंत्री के रूप चर्चित रहे बिसाहूलाल सिंह ने भाजपा सरकार मे मंत्री बनते ही मीडिया से दूरी बना ली है।
पता चला है, कि पूर्व मे गरीबी रेखा के राशन कार्ड से अनाज लेने के मामले को जब से मीडिया ने खबर बनाकर दिखाया है तब से मंत्री बिसाहूलाल सिंह राजधानी के पत्रकारो से चिड़े बैठे है। और इसके साथ ही गत कुछ महीनो पहले बालाघाट जबलपुर मे सड़ा हुआ अनाज वितरण के मामले मे जो जांच कि घोषणा बड़े ज़ोर शोर से मुख्यमंत्री ने की थी उसपर भी खबर हे,कि मंत्री जी ने जांच रफादफा करवा दी है। इस मामले को लेकर अक्सर क्या कार्यवाही हुई ये सवाल प्रदेश के खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह से जब राजधानी का मीडिया पूछता है तो मंत्री के पास कोई ठोस जवाब नही होता इसलिए सवालो से बचने का सब से अच्छा तरीका मंत्री जी ने ये ही निकाला है कि सवाल पूछनेवालों से मिलो ही नही।
खबर ये भी है कि मंत्री बिसाहूलाल सिंह अधिकतर इन दिनो आराम ही कर रहे है उनका स्वास्थ ठीक नहीं चल रहा है। उनके विभाग का अधिकतर काम उनका बेटा जो अभी मंत्री जी कि छत्र छाया मे राजनीति के दाव पेंच सीख रहा है वो संभाल रहा है। या उनके आफिस का अपरिपक्व स्टाफ
दूसरी खास बात ये है, कि बिसाहूलाल सिंह दलबदलू कोटे से मंत्री बने है जिनके मुख्य मंत्री और क्र्पा प्रधान केन्द्रीय मंत्री सिंधिया है। तो फिर काहे कि चिंता वैसे भी उम्र के लिहाज से 2023 के विधानसभा चुनाव मे तो टिकिट से वंचित ही रहना है फिर न विधायकी रहने वाली है, न मंत्री पद रही बात जनता के सवाल उठानेवाले पत्रकारो से मिलने कि तो मेनस्ट्रीम मीडिया को मंत्री के स्टाफ और खाद्य विभाग के अफसरो ने मैनेज कर ही रखा है? तो मंत्री जी इन दिनो सवाल जवाब से दूर 2023 का इंतिज़ार कर रहे है।